आत्मिक ऊर्जा को जागृत करें, पूरी जानकारी
साधना काल में मल-मूत्र विसर्जन की विवशता होने पर पूनः हाथ-पैर और मुख धोकर आरंभ करें।
Apsara Sadhana can lead to heightened spiritual awareness and intuition, encouraging people today hook up with their increased selves along with the universe.
Eventually, the issue of no matter if Apsara Sadhana is hazardous is dependent upon the practitioner’s intentions, information, and method. With the appropriate way of thinking and guidance, it might be a deeply enriching and empowering spiritual journey.
आध्यात्मिक संगीत और नृत्य: इस तकनीक में साधकों को आध्यात्मिक संगीत और नृत्य के माध्यम से आत्मिक संयम और आध्यात्मिक उत्थान का अभ्यास कराया जाता है। इसमें साधक आत्मा की ऊर्जा को विकसित करने के लिए ध्यान के साथ-साथ संगीत और नृत्य का उपयोग करते हैं।
Prior to embarking on Apsara Sadhana, it is crucial to refer to proficient practitioners or tantrics who can provide steerage and guidance. Astrologer Ayush Rudhra Ji makes a speciality of spiritual practices and may help you navigate this sophisticated terrain properly.
साधना को निश्चित समय पर शुरू करें, और १०-१५ मिनट बढ़ते जाएं।
साधना में उपांशु जाप का प्रयोग करें, अर्थात् बुदबुदाने के साथ जाप करें और होंठ हिलने दें।
उम्मीद है कि ये नियम आपके लिए उपयोगी सिद्ध होंगे।
मनोवैशिष्ट्य: अप्सराएं अनेक विविध मनोवैशिष्ट्यों से सम्पन्न होती हैं। उनकी प्रभावशाली वाणी, मुखाभिव्यक्ति, और वाणीकरण शक्ति भी उन्हें शक्तिशाली बनाती हैं।
सौतन से छुटकारा पाने का मंत्र – पति को पराई स्त्री से दूर करें
शुद्ध और निष्काम भावना: साधक को शुद्ध और निष्काम भावना से साधना करनी चाहिए। उसे here किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार या लोभनीयता से दूर रहना चाहिए।
साहसिकता: अप्सराएं साहसिकता, स्वतंत्रता और उत्कृष्टता के प्रतीक होती हैं। वे अपनी क्षमताओं और गुणों को बढ़ावा देती हैं।
आत्म-समर्पण और सेवा: साधक को आत्म-समर्पण और सेवा की भावना से साधना करनी चाहिए। इसके माध्यम से साधक अप्सरा देवियों के संग संवाद करते हैं और उनसे आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करते हैं।